इंजेक्शन
आजकल कुछ दवाओं का आंख में इंजेक्शंस लगाया जाता है, जो डाइबिटिक रेटिनोपैथी में होने वाले परिवर्तनों को रोकने में सहायक हैं । इन इंजेक्शनों की जरूरत उन स्थितियों में होती है, जहां पर मैक्युला में सूजन ज्यादा होती है या फिर जहां लेजर उपचार के बाद भी रक्तस्राव होता है ।
ऑपरेशन
यदि रक्त भरने से पारदर्शी विट्रीअॅस जेली धुंधली हो जाती है या ट्रैक्शनल रेटिनल डिटेचमेंट हो जाता है, तो लेजर उपचार काम नहीं करता। ऐसी स्थिति में विट्रेक्टॅमी नामक ऑपरेशन की आवश्यकता होती है ।
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